Ambedkar Nagar : पोते संग दादी को प्यार, पति को छोड़ कर हुई फरार, रचाई शादी 

UP : पोते संग दादी को प्यार, पति को छोड़ कर हुई फरार, रचाई शादी

उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जिले से एक चौंकाने वाली लेकिन अनोखी प्रेम कहानी सामने आई है जिसने पूरे इलाके में हलचल मचा दी है। टांडा तहसील के बसखारी थाना क्षेत्र के प्रतापपुर बेलवरिया गांव की रहने वाली 50 वर्षीय महिला इंद्रावती ने समाज के नियमों की परवाह न करते हुए 30 वर्षीय युवक आजाद से मंदिर में जाकर शादी रचा ली। हैरान कर देने वाली बात यह है कि आजाद रिश्ते में इंद्रावती का पोता लगता है।

इंद्रावती, जो चार बच्चों की मां है, ने अपने पति चंद्रशेखर और पूरे परिवार को छोड़ने का फैसला किया। यह निर्णय केवल एक महिला का विद्रोह नहीं, बल्कि एक भावनात्मक और सामाजिक बंधनों से आज़ादी की कहानी बन गया है।

बताया जा रहा है कि इंद्रावती और आजाद के बीच पिछले कुछ वर्षों से प्रेम संबंध चल रहा था। धीरे-धीरे दोनों के बीच की नजदीकियाँ इतनी बढ़ गईं कि उन्होंने साथ जीने और मरने की कसमें खा लीं। कुछ दिन पहले इंद्रावती के पति चंद्रशेखर ने दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था, जिससे घर में तनाव और विवाद की स्थिति बन गई थी।

इस घटना के बाद भी इंद्रावती और आजाद ने अपने रिश्ते को समाप्त नहीं किया और गांव के ही गोविंद साहब मंदिर में जाकर विवाह कर लिया। शादी के बाद दोनों गांव छोड़कर अज्ञात स्थान पर चले गए। उनके इस कदम ने गांव में चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है।

इस पूरी घटना से आहत चंद्रशेखर ने अपनी पत्नी को ‘मृत’ मान लिया है। उन्होंने गांव में उसकी तेरहवीं की तैयारी शुरू कर दी है और सार्वजनिक रूप से घोषणा की कि इंद्रावती अब उनके लिए नहीं रही। चंद्रशेखर ने यह भी आरोप लगाया कि इंद्रावती और आजाद ने उन्हें और उनके बच्चों को रास्ते से हटाने के लिए खाने में ज़हर देने की साजिश रची थी। हालांकि, इस मामले में पुलिस के पास शिकायत की गई, लेकिन दोनों प्रेमी बालिग होने के कारण कोई ठोस कानूनी कार्रवाई नहीं की गई।

गौरतलब है कि चंद्रशेखर की यह दूसरी शादी थी। पहले वह बाहर रहकर काम करता था, लेकिन अब गांव में खेती और बकरी पालन के जरिए अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहा था। उसे यह अंदाजा तक नहीं था कि उसकी पत्नी पड़ोस में रहने वाले युवक से प्रेम संबंध बना लेगी।

गांव में यह प्रेम कहानी चर्चा का केंद्र बन गई है। कुछ लोग इसे प्रेम की जीत मानते हैं, तो कुछ समाज की परंपराओं और मर्यादाओं का उल्लंघन कह रहे हैं। इस घटना ने जहां एक ओर रिश्तों की परिभाषा को नया रूप दिया है, वहीं दूसरी ओर परिवार और समाज में गहरी दरार भी पैदा कर दी है।

इस घटना ने यह प्रश्न खड़ा कर दिया है कि क्या उम्र, रिश्ता और सामाजिक मर्यादा प्रेम के रास्ते में बाधा बन सकती है? या फिर प्रेम एक ऐसा भाव है जो हर बंधन को पार कर जाता है?

फिलहाल, इंद्रावती और आजाद का ठिकाना अज्ञात है और पुलिस द्वारा कोई कानूनी कार्रवाई न किए जाने के कारण मामला वहीं थमा हुआ है। गांव में लोग इस विषय पर अलग-अलग राय रख रहे हैं, लेकिन यह स्पष्ट है कि यह प्रेम कहानी लंबे समय तक याद की जाएगी – एक ऐसी कहानी जो सामाजिक मान्यताओं को चुनौती देती है।

LOKWANI TIMES TEAM

Join WhatsApp

Join Now

Leave a Comment