विद्युत पोल लगाकर कुंभकर्णी नींद में सो गया विभाग सात साल से तार का इंतजार कर रही डड़वा की निषाद बस्ती
विकास के दावों को झुठलाता अंधेरे में डूबा गांव, 200 परिवार बेहाल
बदलापुर : सरकार भले ही ग्रामीण विकास और हर घर बिजली पहुंचाने के दावे कर रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। बदलापुर तहसील के अंतर्गत ग्रामसभा डड़वा की निषाद बस्ती इसका जीता-जागता उदाहरण है, जहां आज भी 200 से अधिक परिवार अंधेरे में जीवन बिता रहे हैं।
ग्रामीणों के अनुसार, सात साल पहले बिजली विभाग द्वारा बस्ती में विद्युत पोल तो गाड़ दिए गए, लेकिन न तो तार बिछाए गए और न ही ट्रांसफार्मर लगाया गया। नतीजतन आज भी बस्ती बिजली सुविधा से वंचित है, जिससे बच्चों की पढ़ाई, खेती-बाड़ी और घरेलू कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं।
ग्रामीण राजाराम निषाद, राजेश निषाद, रामकरन निषाद, राधिका देवी आदि ने बताया कि कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर बदलापुर विधायक तक को इस समस्या से अवगत कराया गया, लेकिन हर बार केवल आश्वासन ही मिला। थक-हार कर ग्रामीणों ने अब हाल ही में संपूर्ण समाधान दिवस में सामूहिक प्रार्थना पत्र देकर अपनी अंतिम उम्मीद जताई है।
ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों और विद्युत विभाग के उच्चाधिकारियों से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है, ताकि बिजली जैसी बुनियादी सुविधा जल्द से जल्द उन्हें मिल सके। सवाल यह है कि क्या प्रशासन इस गंभीर समस्या को गंभीरता से लेकर इन ग्रामीणों के अंधेरे जीवन में रोशनी लाएगा?