जौनपुर में करंट लगने से मां-बेटे की मौत, JE और फीडर मैनेजर निलंबित
जौनपुर (उत्तर प्रदेश): जिले के जफराबाद थाना क्षेत्र स्थित उत्तरगांवा गांव में 26 जुलाई को धान की रोपाई के दौरान करंट लगने से मां-बेटे की दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना के बाद बिजली विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए संबंधित अवर अभियंता (JE) और फीडर मैनेजर को निलंबित कर दिया है, जबकि एसडीओ पर भी जांच बैठा दी गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सरैया बदरुद्दीनपुर गांव के निवासी लोधी वनवासी (30 वर्ष) अपनी मां बासमती देवी (55 वर्ष) के साथ गांव के एक खेत में धान की रोपाई कर रहे थे। खेत मालिक मंटू राय ने जानवरों से फसल की सुरक्षा के लिए खेत के चारों ओर झटका मशीन से जुड़े विद्युत तार लगाए थे। कार्य के दौरान अचानक तारों में तेज करंट दौड़ गया। बासमती देवी जैसे ही तार के संपर्क में आईं, उन्हें करंट का झटका लगा और वह गिर पड़ीं। उन्हें बचाने दौड़े बेटे लोधी वनवासी की भी मौके पर ही जान चली गई।
घटना की सूचना पर जफराबाद और गौरा बादशाहपुर थानों की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। परिजन मौके पर जिला प्रशासन को बुलाने की मांग पर अड़े रहे।
घटना की गंभीरता को देखते हुए बिजली विभाग ने अवर अभियंता धर्मेंद्र मौर्य और फीडर मैनेजर उमाकांत यादव को प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए निलंबित कर दिया है। वहीं, उपखंड अधिकारी धीरेन्द्र कुमार की भूमिका की जांच के आदेश दिए गए हैं और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति की गई है। साथ ही, निजी सेवा प्रदाता कंपनी को भी निविदा कर्मियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
ग्रामीणों में इस हादसे को लेकर आक्रोश व्याप्त है और प्रशासन से पीड़ित परिवार को न्याय तथा मुआवजे की मांग की जा रही है।