जौनपुर : महिला से गैंगरेप, प्रताड़ना और धोखाधड़ी का सनसनीखेज मामला सामने आया
जौनपुर, शाहगंज: उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के शाहगंज क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक महिला ने अपने दूसरे पति और उसके साथियों पर सामूहिक दुष्कर्म, मारपीट, संपत्ति हड़पने और धोखाधड़ी के गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता का कहना है कि आरोपी ने पहले उसे प्रेमजाल में फंसाया, शादी की, फिर जबरन उसकी संपत्ति अपने नाम करवा ली। इसके बाद उसने दूसरी शादी कर ली और महिला को बेघर कर दिया।
कैसे फंसी पीड़िता?
पीड़िता के मुताबिक, शाहगंज क्षेत्र के खुटहन के इमामपुर निवासी आरोपी प्रदीप सोनी की आभूषण की दुकान उसके घर के सामने थी। उसका पहला पति नशे की लत का शिकार था, जिससे घर की स्थिति ठीक नहीं थी। इसी दौरान प्रदीप सोनी ने उसके परिवार के करीब जाकर विश्वास जीतना शुरू कर दिया।धीरे-धीरे वह घर में आने-जाने लगा और परिवार के साथ बैठकर शराब व मांसाहारी भोजन करने लगा। आरोपी ने महिला को प्रेमजाल में फंसाकर उससे शादी का वादा किया और भरोसे में लेकर उसकी संपत्ति अपने और अपने भाई के नाम करवा ली। जब महिला के पहले पति का निधन हो गया, तो आरोपी ने उससे शादी कर ली। शादी के कुछ समय बाद ही आरोपी का व्यवहार बदलने लगा, वह मारपीट और शोषण करने लगा। इसके बाद उसने महिला को धोखा देकर दूसरी शादी कर ली और उसे घर से निकाल दिया।
गैंगरेप और प्रताड़ना का खौफनाक आरोप
पीड़िता का आरोप है कि शादी के बाद जब वह अपने घर में अकेली थी, तो एक रात आरोपी प्रदीप सोनी अपने तीन साथियों के साथ घर में घुसा और दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। चारों ने मिलकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इस दौरान उन्होंने उसे जान से मारने की धमकी दी और पास में रखी कैंची से डराने की कोशिश की। पीड़िता ने बताया कि आरोपियों ने उसके शरीर पर जलती हुई सिगरेट से जलाने की कोशिश की, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई।
पुलिस ने नहीं की कार्रवाई, समझौते का दबाव बनाया
घटना के बाद जब महिला ने शाहगंज कोतवाली में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, तो पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। बल्कि, पुलिस ने आरोपियों के साथ मिलकर पीड़िता को जबरन सुलहनामा करने के लिए मजबूर किया।
पीड़िता का आरोप है कि थाने में ही उससे जबरन सुलहनामा पर अंगूठा लगवाया गया और समझौते के तौर पर 1.50 लाख रुपये दिलवा दिए गए। पुलिस ने यह सब एक प्रभावशाली व्यक्ति सुजीत वर्मा के दबाव में किया, जो खुद को पुलिस अधीक्षक का करीबी बताता था। इस पूरे घटनाक्रम की फोटो भी थाने में खींची गई और महिला को धमकी दी गई कि अगर उसने दोबारा शिकायत की तो उसे और उसकी बीमार सास को झूठे मुकदमे में फंसा दिया जाएगा।
धोखाधड़ी और बेघर करने का आरोप
पीड़िता का आरोप है कि जब उसने केस दर्ज कराने की कोशिश की, तो आरोपी प्रदीप सोनी, उसके भाई प्रमोद सोनी और बहन लक्ष्मी ने घर में रखा कीमती सामान निकालकर उसे और उसके नाबालिग बच्चे को बाहर निकाल दिया। आरोपी ने जबरन मकान पर ताला लगा दिया और दूसरी शादी कर ली। दूसरी पत्नी भी महिला को फोन पर गालियां देती थी और धमकियां देती थी। पीड़िता ने यह भी बताया कि उसने आरोपी से 30 हजार रुपये उधार लिए थे, लेकिन अब आरोपी उस पर 22 लाख रुपये का ब्याज लगाने का दबाव बना रहा है।
एसपी के हस्तक्षेप के बाद दर्ज हुआ केस
थाने में न्याय न मिलने पर पीड़िता ने जौनपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) डॉ. कौस्तुभ से शिकायत की। उसने एसपी को आरोपी सुजीत वर्मा की फोटो दिखाते हुए बताया कि कैसे पुलिस ने जबरन समझौता कराया और उसके साथ अन्याय किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने शाहगंज कोतवाली प्रभारी को फटकार लगाई और तत्काल केस दर्ज करने का आदेश दिया।
आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज
एसपी के आदेश के बाद शाहगंज पुलिस ने मुख्य आरोपी आभूषण व्यवसायी प्रदीप सोनी, उसके भाई ग्राम विकास अधिकारी प्रमोद सोनी, बहन लक्ष्मी और एक अन्य अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ BNS की धारा 70(1), 333, 351(3), 318(4), 352, 305(A), 127(2) के तहत मुकदमा दर्ज किया। इसके साथ ही पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया।
महिला ने प्रशासन से मांगा न्याय
पीड़िता ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस मामले ने एक बार फिर पुलिस प्रशासन की कार्यशैली और महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
फिलहाल, पुलिस अधीक्षक के हस्तक्षेप के बाद मामला दर्ज हो चुका है, लेकिन अब देखना यह होगा कि पीड़िता को न्याय कब तक मिलता है और आरोपियों को कब तक सजा मिलती है।